मेरा जनà¥à¤® जिला छतरपà¥à¤° (मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶) में 5 नवंबर 1953 को हà¥à¤†à¥¤ मेरी संपूरà¥à¤£ शिकà¥à¤·à¤¾ छतरपà¥à¤° में ही हà¥à¤ˆà¥¤ मैंने छतरपà¥à¤° से ही à¤à¤® .à¤à¤¸à¤¸à¥€. बी.à¤à¤¡.तथा à¤à¤²à¤à¤² .बी .की उपाधियाठपà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कीं।
मैंने सà¥à¤•à¥‚ल शिकà¥à¤·à¤¾ विà¤à¤¾à¤— में शिकà¥à¤·à¤¿à¤•à¤¾ के पद पर अपनी सेवाà¤à¤ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठकीं। à¤à¤• लंबे सेवाकाल के उपराà¤à¤¤ मैं पà¥à¤°à¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ हायर सेकेंडरी सà¥à¤•à¥‚ल शिकà¥à¤·à¤¾ के पद से सेवानिवृतà¥à¤¤ हà¥à¤ˆà¥¤ इसी बीच सà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ इंसà¥à¤Ÿà¤¿à¤Ÿà¥à¤¯à¥‚ट ऑफ à¤à¤œà¥à¤•à¥‡à¤¶à¤¨à¤² मैनेजमेंट à¤à¤‚ड टà¥à¤°à¥‡à¤¨à¤¿à¤‚ग मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² में मà¥à¤à¥‡ दो वरà¥à¤· तक पà¥à¤°à¤à¤¾à¤°à¥€ संचालक और तीन वरà¥à¤· तक सहायक संचालक के पद पर कारà¥à¤¯ करने का à¤à¥€ अवसर पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ हà¥à¤†à¥¤
निशà¥à¤šà¤¿à¤¤ ही यह मेरे माता पिता जी के दिठहà¥à¤ संसà¥à¤•à¤¾à¤° थे कि मà¥à¤à¥‡ साहितà¥à¤¯ में पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठसे ही रà¥à¤šà¤¿ रही। समाचार पतà¥à¤°à¥‹à¤‚ में छà¥à¤Ÿà¤ªà¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ होता रहा। सेवानिवृतà¥à¤¤à¤¿ के उपरांत लेखन में गति आई ।इस तरह विगत दो वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ से पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤²à¤¿à¤ªà¤¿ à¤à¤ª पर नियमित रूप से कविता कहानी लिख रही हूà¤à¥¤
पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤²à¤¿à¤ªà¤¿ à¤à¤ª की लेखन मैराथन तथा मूड ऑफ द मंथ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में मेरी कहानियाठपà¥à¤°à¤¸à¥à¤•à¥ƒà¤¤ हà¥à¤ˆà¤‚ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤²à¤¿à¤ªà¤¿ ने मà¥à¤à¥‡ गोलà¥à¤¡à¤¨ बैज से समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया है ।
साहितà¥à¤¯ सरà¥à¤œà¤• समà¥à¤®à¤¾à¤¨ à¤à¤ª पर à¤à¥€ मेरी कविता को समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया गया है।
हाल ही में हमरà¥à¤¹ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ के संगà¥à¤°à¤¹ पिता - An Ideal में रचना पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆà¥¤ हमरà¥à¤¹ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¨ से ही जून 2022 में मेरा à¤à¤• कहानी संगà¥à¤°à¤¹ रजनीगंधा शीरà¥à¤·à¤• से पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हà¥à¤† है।
वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में मेै जिला बालाघाट (मधà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶) में निवासरत हूà¤à¥¤
शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ विमलेश शà¥à¤°à¥€à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤µ