Author information

  • Shyam Nandan Pandey Shyam Ji
  • Author of Karmanya

All about Shyam Nandan Pandey Shyam Ji

शिक्षा और संस्कार ही समाज और प्रकृति सुंदर और बेहतर बना सकते हैं।

श्याम नंदन पांडेय "श्यामजी" है। जन्म 8 नवंबर 1988। मरौचा गांव, मनकापुर (अदम गोंडवी और युवा कवि, विचारक व मीडिया क्रिटिक प्रांजल धर की जन्म स्थली जिला-गोण्डा), उत्तर प्रदेश से हैं।
शिक्षा - 2012 में एम.बी.ए -ह्यूमन रिसॉर्स मैनेजमेंट और मार्केटिंग में पूरी  à¤•à¥€ और और 2009 में बी.एससी-गणित और भौतिक विज्ञान में स्नातक हैं। आप 12वीं कक्षा से लिखना शुरू किया। इनकी कविताएँ और लेख राष्ट्रीय पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में प्रकाशित होते हैं, वर्ष 2012 में अपने गांव में भरस्टाचार पर एक प्ले का लेखन और निर्देशन किया जिसमें गांव के युवाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया और तत्कालीन ग्राम प्रधान और सेक्रेटरी के गांव के विकास हेतु आये फण्ड की बंदर बांट का और गांवों में विकास की स्थिति को बहुत ही बारीकी से प्रस्तुत किया जिसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया और प्रेरित हुए और कार्यक्रम बहुत चर्चा में रहा।

इनका मानना है कि अपने आप को, अपने विचारों और दर्शन को व्यक्त करने का सबसे अच्छा तरीका है लेखन। वर्ष 2008 से ही देश के लगभग 25 राज्यों (उत्तर, दक्षिण, पश्चिम और उत्तर पूर्व) के ग्रामीण  à¤¹à¤¿à¤¸à¥à¤¸à¥‹à¤‚ का दौरा  à¤•à¤° रहे हैं और कई सरकारी, और सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थाओं के विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर काम किया है,  à¤—्रामीण और पिछड़े  à¤•à¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में किसानों, विद्यार्थियों और युवाओं के विकास और  à¤ªà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ के लिए काम कर उन्हें प्रेरित कर रहें हैं। कर्मण्य- सफलता और समृद्धि के मूलमंत्र  à¤ªà¤¹à¤²à¥€ एकल किताब है जिसमे लेखक ने अपने डायवर्सिफाइड और डेमोंस्ट्रेटेड  à¤…नुभवों का समागम कर बहुत ही बारीकी से समझाया है।
 à¤‡à¤¸ से पहले हमरूह पब्लिकेशन के 4 अंथोलॉजी lonely Soul, रंग, हर हर महादेव और लाल में सह लेखक रह चुके हैं। कर्मण्य निश्चय ही हर वर्ग के व्यक्तियों को प्रेरित करेगी व धर्म, कर्म, प्रेरणा, शिक्षा और संस्कार के प्रति अलग नजरिया विकसित करेगी।