ये हैं नूपà¥à¤°, नूपà¥à¤° शरà¥à¤®à¤¾, ये दिलà¥à¤²à¥€ की रहने वाली हैं। इनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने हिंदी से à¤à¤®.à¤. किया है और मनोविजà¥à¤žà¤¾à¤¨ का अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ à¤à¥€ किया है। नृतà¥à¤¯ और संगीत (सितार) में à¤à¥€ पà¥à¤°à¤µà¥€à¤£ हैं। किताबें पढ़ना और घूमना इनके विशेष शौक़ में से है। गीत, कविता, गज़ल, कहानियाठलिखना और पढ़ना विशेष पà¥à¤°à¤¿à¤¯ है
इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ गालिब, मीर, बशीर बदà¥à¤°, साहिर लà¥à¤§à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¤µà¥€, गà¥à¤²à¤œà¤¼à¤¾à¤° को पढ़ना पसंद है। सादे सरल à¤à¤¾à¤·à¤¾ में अपनी बात कहना पसंद करती हैं। दिल से जà¥à¤¡à¤¼à¥€ बातें, जज़à¥à¤¬à¤¾à¤¤, ख़à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¾à¤¤ को कलम में पिरोना पसंद है।
हमरूह पबà¥à¤²à¤¿à¤•à¥‡à¤¶à¤¨ के माधà¥à¤¯à¤® से इनकी पà¥à¤°à¤¥à¤® पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• "कà¥à¤› बातें दिल की" पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ à¤à¥€ हà¥à¤ˆ और सराही à¤à¥€ गई और इनका उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ "अकà¥à¤¸" à¤à¥€ हमरूह पबà¥à¤²à¤¿à¤•à¥‡à¤¶à¤¨ के माधà¥à¤¯à¤® से ही पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ हà¥à¥à¥à¤†à¥¤
"अकà¥à¤¸" à¤à¤• सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के हृदय का मारà¥à¤®à¤¿à¤• चितà¥à¤°à¤£ है जो कहीं न कहीं हर सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के अंतस को सà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶ करेगा कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€ कहीं à¤à¥€ रहें और कैसे à¤à¥€ परिवेश में वह सदैव अपनी हृदय में पà¥à¤°à¤¦à¤¿à¤ªà¥à¤¤ पà¥à¤°à¥‡à¤® à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ को बड़ी ही सà¥à¤•à¥‹à¤®à¤²à¤¤à¤¾ से संà¤à¤¾à¤²à¥‡ रखती हैं।
वो अपनी हर कमजोरी को अपने जीवन की सीढ़ी बना लेती है।