
Author | Jayshree Singh |
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“झरोखें से” रचना संग्रह दो खंडों में विभाजित है कथा खंड और काव्य खंड। सामयिक घटनाएँ मेरी रचनाओं की प्रेरणा स्रोत रही हैं। हृदय को मथने वाली परिघटनाएँ भावों का उद्विग्न बनकर कागज पर अवतरित हुई हैं। भवानुभूतियाँ मन के उद्गम आवेग से उद्वेलित होकर अभिव्यक्ति को प्राप्त हुई हैं। रचना का परिप्रेक्ष्य सामाजिक सच्चाई है रचनाओं का कालखंड थोड़ा लम्बा है। लेकिन पुस्तककार रुप में अब पाठकों के हाथों में पहुँच रही हैं। आपकी बेबाक टिप्पणियाँ अमूल्य सुझाव मेरे मार्गदर्शक बनेंगे। तदनुरूप मैं स्वयं को अत्येतन करती रहूँगा। मानवीय संवेदनाओं का पोषण इस संग्रह का अभीष्ट हैं।
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